बॉलीवुड के दबंग की स्कूल में अक्सर होती थी पिटाई, घर आने के बाद भी दी जाती थी यही सजा
मुंबई: बॉलीवुड के दबंग कहे जाने वाले सलमान खान के बारे में पूरा देश जानता है। इस समय हर जगह सलमान खान की ही बात की जा रही है। सलमान खान को काले हिरण के शिकार के मामले में जोधपुर सेशंस कोर्ट से जमानत मिल गयी है। आपको बता दें आज से 20 साल पहले फिल्म हम साथ-साथ हैं की शूटिंग के दौरान सलमान खान ने दो काले हिरणों का शिकार किया था। उसी केस में सलमान खान को जोधपुर कोर्ट ने सलमान खान को दोषी मानते हुए 5 साल की सजा सुनाई थी।
सजा सुनाये जाने के बाद सलमान खान जोधपुर की सेन्ट्रल जेल में गए थे। हालाँकि सलमान खान को शनिवार को रिहा भी कर दिया गया। सलमान खान को स्क्रीन पर देखना बड़ा ही अनोखा अनुभव होता है। स्क्रीन की लाइफ के अलावा उनका निजी जीवन बहुत उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है। आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि सलमान खान बचपन से ही काफी मजाकिया किस्म के इंसान रहे हैं। उनकी इसी आदत की वजह से स्कूल में अक्सर ही उनकी पिटाई हो जाती थी।
जासिम खान की किताब “बीइंग सलमान” के अनुसार एक इंटरव्यू में खुद सलमान खान ने यह बात स्वीकार की थी कि प्रैंक्स की वजह से उनकी स्कूल में अक्सर ही पिटाई हुआ करती थी। केवल यही नहीं जब उनके पैरेंट्स को स्कूल में पिटाई की बात पता चलती थी तो घर में भी उन्हें वैसा ही ट्रीटमेंट मिलता था। आपकी जानकारी के लिए बता दें सिंधिया बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने के बाद सलमान खान का एडमिशन गैलेक्सी अपार्टमेंट के बगल में स्थित स्कूल St. Stanislaus में हो गया था। सलमान को-करीकुलर एक्टिविटी के हीरो थे। लेकिन वह पढ़ाई में कजोर थे। अरबाज खान बल्कि उनसे ज्यादा तेज थे।
सलमान खान को उनकी शरारतों के लिए भी जाना जाता था। स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि सलमान को उस समय खुद पर यकीन नहीं हुआ जब उन्हें दशवीं बोर्ड परीक्षा में 68 प्रतिशत अंक मिले थे। सलमान खान स्कूल में अपने प्रिंसिपल को पसंद नहीं करते थे। सलमान अपना स्कूल ख़त्म करके सेंत जेवियर कॉलेज गए थे। उस समय वह बहुत खुश थे कि प्रिंसिपल से जान छुटी। लेकिन उस समय उनकी ख़ुशी ख़त्म हो गयी जब उन्होंने देखा कि सेंत जेवियर के फादर वही स्कूल प्रिंसिपल हैं। उस समय प्रिंसिपल से फादर बने बने व्यक्ति ने कहा था मैं इतनी जल्दी तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ने वाला हूँ।
किताब में सलमान खान के चाचा नईम खान ने बताया है कि भले ही सलमान मुंबई में पैदा हुए हों, लेकिन उनकी सबसे पसंदीदा जगह इंदौर हुआ करती थी। सलमान के बचपन को याद करते हुए चाचा नईम ने बताया कि मुझे याद है जब सलमान खान सिंधिया बोर्डिंग स्कूल ग्वालियर में पढ़ते थे। उस समय इंदौर में अपने कजन से मिलने के लिए उन्होंने स्कूल की ट्रिप छोड़ दी थी। स्कूल की तरफ से सभी बच्चों को मांडू ले जाया जा रहा था।
उस समय उनकी उम्र 11-12 साल रही होगी। सलमान खान ने अपने टीचर्स से कहा था कि वो ट्रिप पर जाने से पहले अपने चाचा से मिलना चाहते हैं। उसके बाद टीचर्स उन्हें लेकर इंदौर आये थे। सलमान ने बताया कि वो मांडू नहीं जाना चाहते हैं। मैंने यह बात उनकी फैमिली को भी बतायी लेकिन वो किसी भी कीमत पर मांडू जाने के लिए तैयार ही नहीं हुए।