बेटे की स्कूल में एडमिशन कराना चाहता था ये बड़ा आदमी, पर कर दिया ऐसा काम की पहुँच गया जेल

हाल ही में इरफान खान की एक फिल्म आई थी.. ‘हिंदी मीडियम’ जो कि बड़ी हिट साबित हई थी। इस फिल्म में इरफान की एक्टिंग के साथ इसके विषय को लोगों ने काफी काफी पंसद किया था, दरअसल फिल्म में स्कूलों में दाखिले के लिए पैरेंट्स की जद्दोजहद को बाखूबी पेश किया गया था.. कि किस तरह आजकल स्कूलों में दाखिले के लिए अभिभावकों को कई सारे जतन करने पड़ते हैं। फिल्म में इरफान का कैरेक्टर अपने बच्चे को मनचाहे स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए गरीब बनने का सवांग करता है और आखिर में ऐसा करते हुए वो पकड़ा भी जाता है। इस तरह फिल्म में समाज और शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त विसंगतियों को सामने लाया गया था और एक मैसेज देने की कोशिश की गई थी, हाल ही में एक शख्स ने फिल्म में दिखाए ड्रामे की तरह ही अपने बेटे का एडमिशन कराने के लिए सवांग रचा पर जैसा कि सभी जानते हैं असल दुनिया फिल्मी दुनिया से अलग ही होती है, ऐसे में जैसे ही उसके ड्रामे का पर्दाफाश हुआ तो वो पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
ये मामला देश की राजधानी दिल्ली का है,जहां के नामी स्कूल, ‘संस्कृति’ में अपने बेटे को दाखिला दिलाने के लिए अमीर व्यवसायी ने खुद को झुग्गी बस्ती वासी दिखा दिया। दरअसल उसने ऐसा अपने बेटे को ईडब्ल्यूएस कोटे से दाखिला दिलाने के लिए किया। पर जब वो इसी स्कूल में अपने दूसरे छोटे बेटे को प्रवेश दिलाने गया तो इस समय इस फर्जीवाड़ा का सच सामने आ गया। ऐसे संस्कृति स्कूल की शिकायत पर चाणक्यपुरी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर उस व्यवसायी को गिरफ्तार कर लिया है।
फर्जी आय प्रमाण पत्र और वोटर कार्ड के जरिए कराया दाखिला
पुलिस की जांच में आए तथ्य के अनुसार गौरव गोयल नाम का ये शख्स जो कि दालों की ट्रेडिंग करता हैं, पेशे से व्यवसायी गौरव अब तक 20 से अधिक विदेश यात्राएं कर चुके हैं पर साल 2013 में इन्होने अपने बड़े बड़े बेटे के ईडब्ल्यूएस कोटे से एडमिशन के खुद को चाणक्यपुरी स्थित संजय कैंप झुग्गी बस्ती का वासी घोषित कर दिया ।इसके लिए उन्होंने बकायदा संजय कैंप झुग्गी बस्ती, चाणक्यपुरी का वोटर और आधार कार्ड और साथ में गरीबी का आय प्रमाण पत्र भी बनवाया, इस तरह खुद को गरीब बताते हुए ईडब्ल्यूएस कोटे से अपने बेटे को संस्कृति स्कूल में दाखिला दिलाया। पर अब जब उन्होने अपने छोटे बेटे के प्रवेश के लिए जनरल कैटेगिरी में फार्म भरा और साथ में उसका सिबलिंग फार्म भी जमा किया, तो कहा कि अब मेरी आर्थिक स्थिति सही हो गई है, इसलिए दोनों बेटों का दाखिला सामान्य श्रेणी में कराना चाहते हैं।
ऐसे में संदेह होने पर स्कूल ने इस मामले की जांच कराई तो कई कागजात फर्जी निकले। इसके बाद संस्कृति स्कूल के प्रशासन ने इसकी शिकायत पिछले सप्ताह चाणक्यपुरी थाने में की। जिसके बाद पुलिस ने जालसाजी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो गौरव गोयल के बड़े बेटे का बर्थ सर्टिफिकेट फर्जी निकला। ऐसे में पुलिस संजय कैंप झुग्गी बस्ती का आधार और वोटर कार्ड बनवाने की भी जांच कर रही है, क्योंकि गौरव गोयल यहां नहीं बल्कि दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके में रहते हैं।