पांच मिनट की बोली में 2 अरब में बिक गया ये कटोरा, ये है खासियत

अगर आपके पास करोड़ों-अरबो रूपए हों तो आप क्या खरीदना चाहेंगे महंगी गाड़ी, बंगला या फिर कोई प्रॉपर्टी, या अपने शान और विलासिता का प्रदर्शन करने के लिए कोई लग्जीरियस आइटम, पर चीन में एक शख्स ने 2 अरब की कीमत में एक कटोरा खरीदा है। जी हां, 2 अरब.. इस कीमत में जहां दुनिया की तमाम ऐशो आराम और जरूरत की चीजें खरीदी जा सकती है, उतने में एक छोटे से कटोरे की कीमत लगी है। जाहीर है कुछ तो खास होगा इसमें .. तो चलिए आपको इसकी खासियत के बारे में बताते हैं।

चीन के राजवंश का दुर्लभ कटोरा

वैसे आमतौर पर चाइना के सामान और वस्तुएं सस्ती मानी जाती है, पर चाइना के इस कटोरे की कीमत पूरी दुनिया को हैरान कर रही है.. इस कटोरे की नीलामी और उसकी कीमत आजकल सुर्खियों में है। अगर आप भी ये सोच रहे हैं कि आखिर इस मामूली सी दिखने वाले कटोरे में ऐसा क्या खास है तो आपके बता दें खास है कि इसकी ऐतिहासिकता । दरअसल दुनिया में पुरानी और एंटीक आइटम के क्रददानों की कमी नहीं है.. अक्सर जब ऐसी चीजों की नीलामी लगती हैं तो मामूली सी दिखने वाली चीजें भी करोड़ों में बिकती हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ हैं। असल में ये कटोरा आम नही हैं बल्कि चीन के चिंग राजवंश का एक दुर्लभ कटोरा है जो कि एक नीलामी में 3.04 करोड़ डालर यानी लगभग 1 अरब 98 करोड़ में बिका है।

चीन की चित्रकला और यूरोप के तकनीक का अद्भुत नमूना है

नीलामी फर्म के मुताबिक, ये विशेष कटोरा चीन के सम्राट कांगशी के लिए बनाया गया था, जिसे सम्राट ने 18 वीं शताब्दी में इस्तेमाल किया था। दरअसल ये कटोरा चीन की पारंपरिक चित्रकला और यूरोप की तकनीक के मिश्रण का अद्भुत नमूना है। ऐसे में जब इस ऐतिहासिक कटोरे की बोली लगनी शुरू हुई तो चीन के एक बोलीदाता ने इसे बोली शुरू होने के पांच मिनट के अंदर ही खरीद लिया। गौरतलब है कि पिछले साल भी चीन के सोंग वंश से जुड़ा लगभग एक हजार साल पुराना एक कटोरा 3.77 करोड़ डालर में बिका था।

धार्मिक स्वतंत्रता पर जोर दे रहा है चीन

वहीं दूसरी तरफ  चीन, देश में धार्मिक स्वतंत्रता पर जोर दे रहा है.. इसके लिए एक चीनी अधिकारी के हवाले से मंगलवार को कहा गया है कि चीन में पादरियों की नियुक्ति करने का अधिकार सरकार के पास होना चाहिए। दरअसल इसके जरिए इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि पादरियों की नियुक्ति पर पोप को नियंत्रण नहीं देने से श्रद्धालुओं की धार्मिक आजादी में दखल नहीं पड़ता। इस मामले में चीन की सरकार ने मंगलवार को एक श्वेत पत्र जारी कर साम्यवादी चीन में धर्म पर अपना रुख जाहिर किया। इस दस्तावेज का नाम है ‘‘धार्मिक आस्था की आजादी के संरक्षण पर चीन की नीतियां और व्यवहार’’ ।

ऐसे में ये श्वेत-पत्र जारी करते हुए धार्मिक मामलों पर राज्य प्रशासन के उप-प्रशासक चेन जोंगरोंग ने मीडिया  को बताया कि चीन के धार्मिक संगठनों को विदेशी ताकतों से बचाने के लिए बीजिंग के पास पादरियों की नियुक्ति का अधिकार बना रहना चाहिए। अधिकारी ने बताया है कि चीन के संविधान के अनुसार, धार्मिक संगठनों एवं धार्मिक मामलों पर विदेशी नियंत्रण नहीं होना चाहिए।

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