भूख हड़ताल के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने भर पेट खाए छोले – भटूरे, फोटो हुआ वायरल

नेताओं के बीच दलितों के मुद्दे को लेकर आए दिन सियासी संग्राम के मामले हमें सुनने को मिलती रहती हैं। इसी सिलसिले को कायम रखते हुए अब एक ऐसी खबर आ रही है कि इन दिनों राहुल गांधी दलितों के मुद्दों को लेकर राजघाट पहुंचकर उपवास शुरू कर दिया है। इसके साथ ही साथ कांग्रेस पार्टी के कई अन्य सदस्य देश भर में होने वाले दलितों के खिलाफ घटनाओं को मुद्दा बनाकर देश के अलग-अलग हिस्सों में उपवास और धरना प्रदर्शन कर रही है। आपको बता दें कि राजघाट पर होने वाले हैं इस प्रदर्शन में राहुल गांधी समेत दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन सहित कई अन्य नेता इस कार्यक्रम का हिस्सा बने हैं। परंतु इस उपवास के शुरू होने के बाद इन दिनों सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीर लोगों के बीच वायरल हो रही है जिसने कांग्रेस के नेताओं की सच्चाई को बयां कर डाला है।

ऐसा बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के उपवास पर जाने के पहले लोगों के बीच विवाद सामने आ चुका है। मिल रही जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी का राजघाट पहुंचने से पहले ही कांग्रेस के एक नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को कांग्रेस पार्टी के कुछ लोगों के द्वारा राहुल गांधी के आने से पहले ही हटा दिया गया। इसके पीछे की वजह जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार के 1944 में हुए सिख दंगे में शामिल होने को बताया जा रहा हैं।

उपवास पर जाने के बाद ऐसी खबरें आ रही है कि राहुल गांधी के उपवास को लेकर भाजपा के नेताओं ने उनके ऊपर सीधा निशाना साधा है। राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव के मुताबिक राहुल गांधी गरीबों के उत्थान के लिए उपवास नहीं कर रहे हैं बल्कि उनका मजाक उड़ाने में लगे हैं। बीजेपी के नेता ने हाल के दिनों में अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा कि राहुल गांधी कैमरे के सामने दलितों का मसीहा बनने की कोशिश कर रहे हैं। परंतु कैमरे के पीछे उनके सच्चाई कुछ और ही है। उन्होंने इस सच्चाई को बयां करने के लिए एक तस्वीर भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर शेयर किया जिसे देखने के बाद लोगों को राहुल गांधी के इस उपवास के पीछे की सच्चाई का पता चला।

जहां एक और राहुल गांधी गरीबों और दलितों के मुद्दे को लेकर उपवास पर बैठे हैं वहीं दूसरी और सोशल मीडिया पर लोगों के बीच एक तस्वीर काफी ज्यादा वायरल हो रही है। जैसा कि आप इस वायरल हो रही तस्वीरों में देख सकते हैं कि कांग्रेस के नेता अजय माकन हारुन यूसुफ अरविंदर सिंह लवली सहित कई अन्य नेता जैसे छोले भटूरे खा रहे हैं। आपको यह बात जानकर आश्चर्य होगा के छोले भटूरे खा रहे इन नेताओं को ही राहुल गांधी ने अपने अनशन में साथ देने के लिए बुलाया है।

कुछ वक्त पहले की बात करें तो सुप्रीम कोर्ट ने एससी एसटी एक्ट के ऊपर सुनवाई करते हुए सरकार को इसमें कुछ बदलाव करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद विपक्ष के नेताओं ने इसका पूरा ठीकरा केंद्र सरकार के ऊपर फोड़ दिया। इस आदेश के बाद देशभर में एससी-एसटी से जुड़े लोगों ने भारत बंद का ऐलान किया था। जिसके बाद सरकार हरकत में आयी और उसके ऊपर फिर से विचार करने के सहमति जताई। अब ऐसा बताया जाता है कि इस मुद्दे के शांत हो जाने के बाद कांग्रेस इस मुद्दे को एक बार फिर से लोगो के बीच उठाना चाहती है। यही वजह है कि वह आने वाले वक्त में दलित लोगों को अपना साथ लेकर देशभर में एक बड़ी रैली का आयोजन करने वाली है।

 

कांग्रेस से जुड़े लोगों की मानें तो 29 अप्रैल से देश के अलग-अलग शहरों में छोटे छोटे स्तर पर दलितों के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं इस महीने के अंत में दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस के द्वारा एक बड़ी रैली का आयोजन भी किया जाएगा। ऐसा बताया जाता है कि इस रैली में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन दिखाया जाएगा। आपको बता दें कि आने वाले कुछ वक्त बाद कर्नाटक में चुनाव होने वाले हैं इसी के मद्देनजर कांग्रेस सभी पार्टियों को अपनी ताकत दिखाना चाहती है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के उपवास रखे जाने के बाद भाजपा ने भी आने वाले 12 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशानुसार उपवास रखने का ऐलान कर दिया है। आपको बता दें कि इस बार संसद के ना चलने के पीछे मोदी सरकार ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी से जुड़े लोगों ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री के द्वारा यह निर्देश दिए है कि आने वाले 12 तारीख को कांग्रेस की विभेदकारी नीति के खिलाफ बीजेपी उपवास रखेगी।

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