राज्यसभा से निलंबित सांसदों का 50 घंटे का धरना, दही-चावल से गाजर के हलवे तक, की है ये व्यवस्था

संसद के मानसून सत्र में हंगामा करने के आरोप में सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित किया गया है। लोकसभा से चार जबकि राज्यसभा से 20 सांसद निलंबित किए गए हैं। निलंबित राज्यसभा सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। वह शुक्रवार को दोपहर 1:00 बजे तक अगले 50 घंटे तक बारी-बारी से धरना पर बैठेंगे।
आपको बता दें कि संसद में अपने निलंबन और महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर करीब 50 घंटे के विरोध प्रदर्शन पर बैठे सांसदों के भोजन की व्यवस्था के लिए विपक्षी पार्टियां विशेष इंतजाम कर रही हैं। इसमें दही, चावल, इडली-सांभर, चिकन तंदूरी से लेकर गाजर का हलवा और फल तक की व्यवस्था की गई है।
विपक्षी दलों ने धरने में बैठे लोगों के लिए भोजन की जिम्मेदारी के लिए एकजुटता और राजनीति प्रदर्शन के रूप में ड्यूटी रोस्टर भी बनाया है। यह रोस्टर अब व्हाट्सएप ग्रुप में खूब साझा किया जा रहा है, ताकि सभी को दिन की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी जा सके। राज्यसभा के बीच निलंबित सदस्यों ने बुधवार को संसद परिसर में अपना प्रदर्शन शुरू किया।
सूत्रों के द्वारा बताया गया कि विपक्ष ने सभापति की उस पेशकश को अस्वीकार कर दिया है, जिसमें निलंबन को वापस लेने के लिए पार्टियों से अपने सदस्यों के व्यवहार को लेकर खेद जताने को कहा गया था। मानसून सत्र के दौरान निलंबित तृणमूल कांग्रेस सांसद डोला सेन ने कहा कि सांसद गांधी प्रतिमा के समक्ष विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और रात भर वहीं रहेंगे।
इन पार्टियों के सांसद हुए निलंबित
आपको बता दें कि सोमवार और मंगलवार को निलंबित किए गए सांसदों में टीएमसी के , द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दो, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के एक-एक सांसद शामिल हैं। वहीं प्रदर्शन में शामिल होने वाली पार्टियों में टीएमसी, डीएमके, आप, टीआरएस, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, सीपीआईएम, सीपीआई, जेएमएम और केरल कांग्रेस शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि पार्टियों ने निर्णय लिया है कि वह सांसदों के लिए क्षेत्रीय व्यंजन की व्यवस्था करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने बताया कि बुधवार को द्रमुक सांसद तिरुचि शिवा द्वारा सांसदों के लिए इडली-सांभर के नाश्ते की व्यवस्था की गई। वहीं द्रमुक ने दोपहर के भोजन के लिए चावल-दही की व्यवस्था की। जबकि तृणमूल कांग्रेस ने रात के खाने में रोटी-दाल, पनीर और चिकन तंदूरी की व्यवस्था की।
गाजर का हलवा लेकर धरनास्थल पहुंची कनिमोझी
द्रमुक की कनिमोझी, जो इस व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, वह गाजर का हलवा लेकर धरना स्थल पर पहुंचीं। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने फलों और सैंडविच की व्यवस्था की। वहीं बृहस्पतिवार को द्रमुक नाश्ते की व्यवस्था करेगी। जबकि दोपहर के भोजन के लिए टीआरएस और रात के खाने की व्यवस्था आप करेगी। वही सांसदों को चिलचिलाती धूप से बचाने के लिए तंबू लगाने का जिम्मा आप पर है। हालांकि तंबू लगाने की अनुमति देने से अधिकारियों ने इंकार कर दिया है।
सूत्रों ने कहा कि पार्टियों ने स्वयं अपने नेताओं के प्रदर्शन स्थल पर बैठने का कार्यक्रम तय किया है, जो निलंबित सांसदों का समर्थन करने के लिए उनके साथ एक या दो घंटा धरना स्थल पर बैठेंगे। निलंबित सांसदों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के लिए समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ मांझी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने धरने के लिए समय दिया। हालांकि, इन तीन नेताओं की पार्टियों में से किसी के भी सांसद को निलंबित नहीं किया गया है।
संसद परिसर में अस्थायी ढांचा भी नहीं बनाया जा सकता
संसद परिसर के अंदर अस्थायी रूप से कोई भी संरचना नहीं बनाई जा सकती इसी वजह से अधिकारियों द्वारा तंबू लगाने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया है। नेताओं को आसमान के नीचे सोना होगा। हालाँकि, प्रदर्शनकारी सांसद संसद भवन के पुस्तकालय के शौचालय का इस्तेमाल कर सकते हैं। विपक्षी नेताओं ने कहा कि सुरक्षा दल और सफाई कर्मियों ने प्रदर्शनकारी सांसदों के लिए व्यवस्था करने में पूरा सहयोग किया है। उनके प्रवेश और बाहर निकलने की भी व्यवस्था की गई है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने सुबह विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन किया। लेकिन शाम को महंगाई के मुद्दे पर एक साथ आ गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने धरना स्थल का दौरा किया और कहा कि उनकी पार्टी विपक्षी पार्टियों द्वारा आयोजित दिन रात के धरने में शामिल होंगी।